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Sunday, June 7, 2020

फायर फाइटिंग : चुनौतियों से भरा एक करियर, देखें कोर्स, कैरियर फील्ड्स और प्रमुख संस्थान

फायर फाइटिंग का क्षेत्र जोखिमपूर्ण तो जरुर है, मगर लोगों की सुरक्षा से जुड़ा होने की वजह से इसमें काम करना सुकून अवश्य देता है....

फायर फाइटिंग एक बेहद चुनौतीपूर्ण प्रोफेशन है, जिसमें त्रुटिरहित ढंग से कार्य करने के लिए काफी सावधान और प्रतिवद्ध रहने की आवश्यकता होती है। इसमें लोगों को जोखिम से बचाने के लिए सामान्यतः इंजीनियरिंग और विज्ञान के सिद्धांतों का उपयोग किया जाता है।
 यह क्षेत्र काफी तेजी से विकसित हो रहा है और लोग भी अपनी सुरक्षा को लेकर काफी जागरूक हो गए हैं। अपार्टमेंट, ऑफिस और घरों में लोग इसी जागरुकता के चलते अग्नि से बचाव के काफी साधनों का उपयोग करने लगे हैं।
 फायर फाइटिंग से जुड़े इंजीनियर आग लगने की घटना के नतीजों और निहितार्थों के लिए जिम्मेदार होते हैं और वे इससे बचाव के नए-नए तरीके विकसित करने की कोशिश करते रहते हैं।

कैरियर फील्ड्स:
फायर फाइटिंग के क्षेत्र में कार्य करने के इच्छुक युवा निजी या सरकारी किसी भी क्षेत्र में अपनी योग्यता और पसंद के अनुसार काम कर सकते हैं।
वे  पैट्रोलियम रिफाइनरी, वस्त्र, उर्वरक, रसायन इत्यादि व्यवसायों में भी काम कर सकते हैं, जिनमें आग लगने का जोखिम ज्यादा होता है। इंजीनियरिंग, रसायन इत्यादि क्षेत्रों में इनके लिए अकूत संभावनाएं मौजूद होती हैं।

कम्युनिकेशन स्किल : एक फायर फाइटर को कम्युनिकेशन की कला में दक्ष होना चाहिए। अपनी बात को अपने साथियों और साथ में काम कर रही अन्य टीमों तक पहुंचाना आना चाहिए।

साहस :

 जब किसी इमारत आग लगी हो, तब सामान्य व्यक्ति भले घबरा जाए, लेकिन फायर फाइटर्स के लिए यह उनके रोजमर्रा के कर्तव्यों का हिस्सा होता है।

जल्दी निर्णय लेने की क्षमता : 

एक फायर फाइटर को इतना सक्षम होना चाहिए कि वह आपातकाल में तेजी से और सही निर्णय ले सके। दबाव में सही निर्णय लेने की उनकी यह क्षमता कई लोगों की जिंदगी बचा सकती है।

 कार्य और जिम्मेदारियां :

लोगों को संभावित दुर्घटनाओं के विषय में पहले से जागरूक बनाना।

सेमिनार, पोस्टर्स वगैरह के जरिये लोगों में अपनी सुरक्षा को लेकर खुद ही सतर्क रहने की प्रवृत्ति को जागृत करना।

आपदा की स्थिति में लोगों के जान-माल की रक्षा करना।

 कौन कौन से हैं कोर्सः

डिप्लोमा इन फायर एंड सेफ्टी, पीजी डिप्लोमा इन फायर एंड सेफ्टी, बीएससी इन फायर इंजीनियरिंग, सर्टिफिकेट कोर्स इन फायर फाइटिंग, फायर टेक्नोलॉजी एंड इंडस्ट्रियल सेफ्टी मैनेजमेंट, इंडस्ट्रीयल सेफ्टी सुपरवाइजर, रेस्कयू एंड फायर फाइटिंग, जैसे कोर्स शामिल हैं। जिसकी अवधि 6 महीने से लेकर 3 साल तक है।

 कैसे बनें फायर फाइटर:
 फायर फाइटर मर्रा बनने के लिए आपके पास इस क्षेत्र से संबंधित डिग्री या डिप्लोमा होना चाहिए। आपको एक लिखित व मानसिक परीक्षण के साथ एक इंटरव्यू से गुजरना होगा। इसके बाद जिम्मदारियां संभालने से पहले फायर अकादमी में आपकी ट्रेनिंग होगी।

 आमदनी: फायर सेफ्टी मैनेजमेंट में करियर बनाने वालों की आय काफी अच्छी होती है। शुरुआती दौर में 15 से 20 हजार रुपये तक मिल जाते हैं। अनुभव व योग्यता बढ़ने के साथ आय भी बढ़ती जाती है।

महत्वपूर्ण संस्थान:

नेशनल अकादमी ऑफ फायर एंड सेफ्टी इंजीनियरिंग (एनएएफएस), नागपुर https://www.nafsindia.com/

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फायर इंजीनियरिंग एंड सेफ्टी मैनेजमेंट, जयपुर http://www.nifesmindia.net/

दिल्ली इंस्टीट्यूट ऑफ फायर इंजीनियरिंग, नई दिल्ली www.Dife.in


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