ब्रेड बनाने से लेकर फूड प्रोसेसिंग क्षेत्र के सभी कार्य, कृषि क्षेत्र में नवीन प्रजातियों के विकास और कृषि उत्पाद के परिष्करण व प्रसंस्करण, गंभीर बीमारियों के लिए नई औषधियों की खोज और वैक्सीन के विकास जैसे कार्यों में बायोटेक्नोलॉजी, एप्लाइड साइंस की ऐसी स्ट्रीम है, जिसमें सांइस के सभी विषय जैसे- फिजिक्स, कैमिस्ट्री, बायोलाजी, बायोकैमिस्ट्री, जेनेटिक्स, माइक्रोबायोलाजी, मैथ इत्यादि कवर हो जाते हैं।
इसी कारण विज्ञान के क्षेत्र में रुचि रखने वाले छात्रों के लिए बायोटेक्नोलॉजी में बेहतरीन करियर विकल्प उपलब्ध हैं।
कोर्स एवं पाठ्यक्रम:
बायोटेक्नोलॉजी में करियर बनाने के लिए 12वीं की परीक्षा साइंस से उत्तीर्ण करना अनिवार्य है। तत्पश्चात बीटेक अथवा बीएससी इन बायोटेक्नोलॉजी जैसे कोर्स में एडमिशन लिया जा सकता है। बीटेक में एडमिशन के लिए आईआईटी-जेईई, आईसीएआर अथवा अन्य एंट्रेंस एग्जाम क्वालिफाई करने होते हैं। जबकि बीएससी बायोटेक्नोलॉजी में एडमिशन कुछ संस्थानेां द्वारा मेरिट के आधार पर तो कुछ में एंट्रेंस एग्जाम से होता है। इसके बाद हायर स्टडी के लिए एमटेक या एमएससी अथवा एमबीए जैसे कोर्स किए जा सकते हैं। उसके बाद इसी विषय में पीएचडी भी प्राप्त होती है। इस कोर्स में थ्योरी की बजाय हैंड आन प्रैक्टिस पर ज्यादा जोर दिया जाता है।
संभावनाएं:
बायोटेक्नोलॉजी में मास्टर्स डिग्री की अपार संभावनाएं हैं। हर दिन हो रहे नए शोधों के कारण इस क्षेत्र का तेजी से विस्तार हो रहा है। इस क्षेत्र में रिसर्च के लिए सीएसआईआर, डीएसडी, सीडीआरआई और आईसीएमआर जैसे संस्थान एवं फार्मास्यूटिकल कंपनियां अग्रणी भूमिका में हैं। जहां बायोटेक्नोलॉजी में डिग्रीधारी युवा साइंटिस्ट व अन्य रूप में काम कर सकते हैं। बायो प्रोडक्ट की मार्केटिंग के लिए एमबीए इन बायोटेक्नोलॉजी जैसे कोर्सों की डिमांड तेजी से बढ़ रही है। देश में लगभग 800 से ज्यादा बायोटेक्नोलाजी कंपनियां कार्यरत है। जहां जॉब की अपार संभावना हैं।
रोजगार के अवसर और सैलरी:
बायोटेक्नोलॉजी कार्स करने के उपरान्त सरकारी के साथ-साथ प्राइवेट सेक्टर में नौकरी के अनेक विकल्प उपलब्ध है। एमएससी के बाद नेट क्वालिफाई कर असिस्टेंट प्रोफेसर बनने का मौका मिल सकता है। वही प्राइवेट सेक्टर की लैबोरेटरी या रिसर्च इंस्टीटयूट में रिसर्च असिस्टेंट इत्यादि के तौर पर कार्य करने का अवसर मिलता है। जहां तक वेतन की बात है, तो शुरुआती दौर में एमएससी अथवा बीटेक करने के उपरांत प्राइवेट सेक्टर में 50 से 70 हजार रुपये मासिक की नौकरी बड़े आसानी से मिल जाती है। जैसे-जैसे अनुभव बढ़ता इसमें बढ़ोत्तरी होती रहती है।
प्रमुख संस्थान:
आईआईटी
अन्ना यूनिवर्सिटी, चेन्नई
एनआईपीईआर, मोहाली
जामिया मिल्लिया इस्लामिया, दिल्ली
फर्ग्यूसन कालेज, पुणे
प्रेसीडेंसी यूनिवर्सिटी, कोलकाता
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी
मद्रास क्रिश्चियन कालेज, चेन्नई
इसी कारण विज्ञान के क्षेत्र में रुचि रखने वाले छात्रों के लिए बायोटेक्नोलॉजी में बेहतरीन करियर विकल्प उपलब्ध हैं।
कोर्स एवं पाठ्यक्रम:
बायोटेक्नोलॉजी में करियर बनाने के लिए 12वीं की परीक्षा साइंस से उत्तीर्ण करना अनिवार्य है। तत्पश्चात बीटेक अथवा बीएससी इन बायोटेक्नोलॉजी जैसे कोर्स में एडमिशन लिया जा सकता है। बीटेक में एडमिशन के लिए आईआईटी-जेईई, आईसीएआर अथवा अन्य एंट्रेंस एग्जाम क्वालिफाई करने होते हैं। जबकि बीएससी बायोटेक्नोलॉजी में एडमिशन कुछ संस्थानेां द्वारा मेरिट के आधार पर तो कुछ में एंट्रेंस एग्जाम से होता है। इसके बाद हायर स्टडी के लिए एमटेक या एमएससी अथवा एमबीए जैसे कोर्स किए जा सकते हैं। उसके बाद इसी विषय में पीएचडी भी प्राप्त होती है। इस कोर्स में थ्योरी की बजाय हैंड आन प्रैक्टिस पर ज्यादा जोर दिया जाता है।
संभावनाएं:
बायोटेक्नोलॉजी में मास्टर्स डिग्री की अपार संभावनाएं हैं। हर दिन हो रहे नए शोधों के कारण इस क्षेत्र का तेजी से विस्तार हो रहा है। इस क्षेत्र में रिसर्च के लिए सीएसआईआर, डीएसडी, सीडीआरआई और आईसीएमआर जैसे संस्थान एवं फार्मास्यूटिकल कंपनियां अग्रणी भूमिका में हैं। जहां बायोटेक्नोलॉजी में डिग्रीधारी युवा साइंटिस्ट व अन्य रूप में काम कर सकते हैं। बायो प्रोडक्ट की मार्केटिंग के लिए एमबीए इन बायोटेक्नोलॉजी जैसे कोर्सों की डिमांड तेजी से बढ़ रही है। देश में लगभग 800 से ज्यादा बायोटेक्नोलाजी कंपनियां कार्यरत है। जहां जॉब की अपार संभावना हैं।
रोजगार के अवसर और सैलरी:
बायोटेक्नोलॉजी कार्स करने के उपरान्त सरकारी के साथ-साथ प्राइवेट सेक्टर में नौकरी के अनेक विकल्प उपलब्ध है। एमएससी के बाद नेट क्वालिफाई कर असिस्टेंट प्रोफेसर बनने का मौका मिल सकता है। वही प्राइवेट सेक्टर की लैबोरेटरी या रिसर्च इंस्टीटयूट में रिसर्च असिस्टेंट इत्यादि के तौर पर कार्य करने का अवसर मिलता है। जहां तक वेतन की बात है, तो शुरुआती दौर में एमएससी अथवा बीटेक करने के उपरांत प्राइवेट सेक्टर में 50 से 70 हजार रुपये मासिक की नौकरी बड़े आसानी से मिल जाती है। जैसे-जैसे अनुभव बढ़ता इसमें बढ़ोत्तरी होती रहती है।
प्रमुख संस्थान:
आईआईटी
अन्ना यूनिवर्सिटी, चेन्नई
एनआईपीईआर, मोहाली
जामिया मिल्लिया इस्लामिया, दिल्ली
फर्ग्यूसन कालेज, पुणे
प्रेसीडेंसी यूनिवर्सिटी, कोलकाता
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी
मद्रास क्रिश्चियन कालेज, चेन्नई
No comments:
Post a Comment